तैयारी / तन्वी डोगरा ने संतोषी मां की भक्त की भूमिका निभाने के लिये अपनाया व्रत का रास्ता

टीवी डेस्क. व्रत के काॅन्सेप्ट के पीछे धार्मिक कारण होते हैं, लेकिन सेहत को मिलने वाले कई सारे फायदों की वजह से अब यह दुनियाभर में काफी चर्चित हो गया है। टीवी एक्ट्रेस तन्वी डोगरा नियमित रूप से फास्ट करने वाले क्लब से जुड़ने वाली नई सदस्य हैं। जल्द ही वह नए सामाजिक-धार्मिक फिक्शन शो ''संतोषी मां- सुनाये व्रत कथायें'' मे संतोषी मां की सबसे बड़ी भक्त का किरदार निभाने वाली


व्रत का मतलब खुद को खाने से दूर रखना नहीं: दिल से स्पिरिचुअल  इंसान होने के कारण तन्वी पिछले दो सालों से धार्मिक कारणों की वजह से  कभी-कभी व्रत रखती आ रही हैं। यह जानकर कि इससे सेहत को कई सारे फायदे मिलते हैं, तन्वी ने नियमित रूप से व्रत रखने की चुनौती ली, वह दिनभर में केवल एक बार खाना खाती हैं। इस बारे में तन्वी कहती हैं- ''सबसे बड़ा मिथक जो मैंने सुना है कि व्रत रखना खुद को भूखा मारने जितना ही अच्छा है और मुझे लगता है कि यह गलतफहमी है। मेरे लिए व्रत का मतलब केवल खुद को खाने  से दूर  रखना नहीं है, बल्कि अपने दिमाग को पवित्र और किसी भी प्रकार की नेगेटिव सोच से दूर रखना है। किसी के भी दिमाग को तरोताजा और पॉजिटिव रखते हुए, यह खुद को डिटाॅक्स करने की प्रक्रिया है।''


लंच के समय सिर्फ एक बार खाऊंगी: अपनी रूटीन के बारे में तन्वी आगे बताती हैं- ''मैंने हाल में थोड़े-थोड़े ब्रेक पर व्रत करना शुरू किया है, जहां मैं अपने दिन की शुरुआत 10 मिनट ध्यान
के साथ करती हूं। पूरे दिनभर में,  मैं पानी की बोतल साथ-साथ लेकर चलती हूं और खुद को हाइड्रेट रखने के लिये खूब पानी पीती हूं। चूंकि, मैं काफी लम्बे घंटे तक शूटिंग करती हूँ, इसलिय मैंने फैसला किया है कि मैं लंच  के समय सिर्फ  एक बार खाऊंगी। इसमें मैं सेहतमंद, हेल्थ  से भरपूर और पेट भरने वाला खाना खाती हूं, ताकि मैं काम करती रह सकूं।''


ध्यान करने से मदद मिली: व्रत की शुरुआत करने का कारण बताते हुए तन्वी आगे कहती हैं- '' पहले इस किरदार को निभाने को लेकर मैं थोड़ी कन्फ्यूज्ड थी, क्योंकि मैं इस बात को लेकर बहुत श्योर नहीं थी कि अपने अंदर के स्पिरिचुअल साइड को किस तरह दिखाऊंगी। व्रत के नियमों का पालन करने से कहीं ना कहीं मुझे इस किरदार में ढलने में मदद मिली, वहीं ध्यान करने से मुझे आध्यात्मिक रूप से जुड़े रहने में मदद मिली। यह एक चुनौती है और मुझे उम्मीद है कि बेहतर कर पाउंगी।''


हैं। तन्वी का कहना हैकि व्रत की यह चुनौती लेना अपने किरदार की तैयारी करने का एक तरीका है।